दोहा(गणेश वंदना)
#दिनांक-26/8/17 सस्वर गायन - "#गणेश_वंदना" #दोहा काया उबटन से बने , आदिशक्ति के लाल गजमुख वरन गजानना, शोभित चंदन भाल मति कुबेर मारी गई, अपने धन इतराय गणपति लीला देखि जो, करनी पर पछताय चंद्र स्वरूप अहम भरा, श्वेत रंग जो पाय सूरत से सीरत भली, देवा पाठ पढ़ाय चरण वंदना मैं करूँ, माटी शीश टिकाय आप गणेशा को सदा, लडुअन भोग लुभाय देव गजानन गणपती, गौरी पुत्र गणेश तुम ही बुद्धिदाता हो, तुम ही हो प्रथमेश #प्रियंका_सिंह
बहुत सुंदर
ReplyDeleteसादर आभार आदरणीया
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