साहित्य शीतल धार
#दिनांक-24/9/17
#मुक्तक
1222 1222 1222 1222
सुधा साहित्य शीतल धार जन जन में प्रवाहित हो
सदा संवेदना के भाव मन मन में समाहित हो
अछूता हो नहीं इक- बाल भी अपनी धरोहर से
पठन पाठन की' ऐसी लालसा हर मन ललायित हो
#प्रियंका_सिंह
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