ईश्वर वंदना

#दिनांक- १८/९/१७

#ईश्वर_वंदना

#आधार_छंद_कुकुभ

हे ईश्वर! करुणा सागर हम,
बेसुध बालक अज्ञानी ।
हे दयानिधि!  हे बुद्धिदाता!,
कभी न हों हम अभिमानी।।

तम, कलुष भेदो ज्योति रूपक,
करुणाकर घट-घट वासी ।
हो सूर्य ताप, शीत वायु सा,
अजर अमर हे अविनाशी ।।

प्रभुवर आप सहायक हो हम,
ज्ञान राह से भटके जो ।
जीवनप्रति आशा प्रभु देना,
कभी भँवर में अटके जो ।।

स्नेह का दीपक प्रज्जवल हो,
मिटे द्वेष का अँधियारा।
भाव-भाव में प्रेम समाहित,
मन आलोकित उजियारा।।

मिलें आशीष की चमके हम,
गगन सुशोभित ज्यों तारा ।
कठिनाई भी राह न रोके,
दृढ़ता की अविरल धारा।।

#प्रियंका_सिंह

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