विधाता छंद(राधा)

#विधाता_छंद

#मापनी

1222.  1222.  1222.  1222

तनिक धीरज धरो बातें हमारी ये सुनो राधा
कहाँ कान्हा बजाए निज मधुर मुरली सुनो राधा

सुनो नटखट  बड़ी राधा बनो सजनी कहे कान्हा
नहीं भायी कभी मुझको कहूँ कोई  कहे कान्हा

बड़े चंचल हमारे हिय बसेरे प्रभु जपे गोपी
दिखाओ तुम कभी लीला हमें अपनी जपे गोपी

धरे गिरि वह मनोहारी रसीले पिय भजे मीरा
सुगंधित तन स्व मन उपवन सजीले पिय भजे मीरा

#प्रियंका_सिंह
17/7/17

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