फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
दिनांक -25/7/17
आज चंचल मन बैठा है गुमसुम कोने में
आज चोटिल हिय व्यस्त व्याकुल रोने में
कुछ समय - आप ख़्वाबो को बहलाने दो
फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
मांगते हम क़ल्ब एहमियत जो दे कसम
सुनो टूटते है दिल ही दिल मे हम सनम
उलझी पड़ी बाते बीच हमारे सुलझाने दो
फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
मिले है दिल को भी कई ज़ख्म जो कैसे सहे
इस बेरुख़ी में ये आलम कैसे हम क्या कहे
चार नयनो से अश्क़ हाला छलकाने दो
फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
अभी दो पहर की ही तो जान थी ये जुदाई
जुदा हो भी तो कैसे तू साया मैं तेरी परछाईं
इस प्रिय को आप प्रिय पर प्यार लूटाने दो
फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
#प्रियंका_सिंह
स्वरचित
आज चंचल मन बैठा है गुमसुम कोने में
आज चोटिल हिय व्यस्त व्याकुल रोने में
कुछ समय - आप ख़्वाबो को बहलाने दो
फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
मांगते हम क़ल्ब एहमियत जो दे कसम
सुनो टूटते है दिल ही दिल मे हम सनम
उलझी पड़ी बाते बीच हमारे सुलझाने दो
फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
मिले है दिल को भी कई ज़ख्म जो कैसे सहे
इस बेरुख़ी में ये आलम कैसे हम क्या कहे
चार नयनो से अश्क़ हाला छलकाने दो
फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
अभी दो पहर की ही तो जान थी ये जुदाई
जुदा हो भी तो कैसे तू साया मैं तेरी परछाईं
इस प्रिय को आप प्रिय पर प्यार लूटाने दो
फिर दो दिलों को यूँ आपस में टकराने दो
#प्रियंका_सिंह
स्वरचित
Comments
Post a Comment