ग़ज़ल (सादगी में कमाल लगते हो)
#दिनांक 2/9/17
#पंक्ति_को_लेते_हुए(सादगी में कमाल लगते हो)
#ग़ज़ल
धूप पीली गुलाल लगते हो
रूप ऐसा बवाल लगते हो
जिंदगी में भरे उमंग सुनो-
मधुर मृदंग ताल लगते हो
साज श्रृंगार से परे जानम
सादगी में कमाल लगते हो
यूँ शरारत भरी निगाहों से-
बेजुबां इक सवाल लगते हो
आज करता बयां सुनो दिल ये
उफ्फ़ तुम बेमिसाल लगते हो
#प्रियंका_सिंह
#पंक्ति_को_लेते_हुए(सादगी में कमाल लगते हो)
#ग़ज़ल
धूप पीली गुलाल लगते हो
रूप ऐसा बवाल लगते हो
जिंदगी में भरे उमंग सुनो-
मधुर मृदंग ताल लगते हो
साज श्रृंगार से परे जानम
सादगी में कमाल लगते हो
यूँ शरारत भरी निगाहों से-
बेजुबां इक सवाल लगते हो
आज करता बयां सुनो दिल ये
उफ्फ़ तुम बेमिसाल लगते हो
#प्रियंका_सिंह
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