#हिंदी काव्य विधा (चौपई)

#दिनांक- 2/10/17

#चौपई

#1
भला वही- जो साधे मौन
सच को सुनना चाहे कौन
निश दिन बढ़ती उनकी शान
सदा करें जो सच का मान

#2
धोती लाठी जिनका भेष
उनकी राह चला ये देश
मातृभूमि की हो जयकार
सत्य अहिँसा करें पुकार

#3
गाँधी शास्त्री जैसे लाल
वीर पूत वे बने मिशाल
सकल हिंद के है अभिमान
सादर नमन - करे सम्मान

#प्रियंका_सिंह

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