छंद प्रधान मुक्तक(राधा)
#दिनांक- २३/८/१७
#मुक्तक
#विधाता_छंद
1222. 1222. 1222. 1222
चली जो सिर धरी मटकी दुलारी राधिका प्यारी।
सुनो नित फोड़ते गगरी मुरारी राधिका प्यारी।
नदी के तीर ही बैठे बजाये हैं मधुर मुरली-
मगन हो झूमती सखियाँ भी' सारी राधिका प्यारी।
#प्रियंका_सिंह
#मुक्तक
#विधाता_छंद
1222. 1222. 1222. 1222
चली जो सिर धरी मटकी दुलारी राधिका प्यारी।
सुनो नित फोड़ते गगरी मुरारी राधिका प्यारी।
नदी के तीर ही बैठे बजाये हैं मधुर मुरली-
मगन हो झूमती सखियाँ भी' सारी राधिका प्यारी।
#प्रियंका_सिंह
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